मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना Rajasthan 2025 - SC/ST/OBC छात्रों को फ्री कोचिंग
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना क्या है?
अगर आप SC, ST, OBC या अल्पसंख्यक वर्ग से आते हैं और आपके मन में बड़ा सपना है जैसे कि UPSC, IIT, NEET, RPSC, REET या बैंकिंग की तैयारी करना, लेकिन कोचिंग के पैसे नहीं हैं, तो राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस योजना में सरकार मेधावी लेकिन कमजोर आर्थिक स्थिति वाले छात्रों को फ्री कोचिंग दिलवाती है, ताकि आप बिना पैसों की चिंता किए अपना सपना पूरा कर सकें।
योजना का फायदा किन्हें मिलता है?
इस स्कीम में SC, ST, OBC, EWS और अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र शामिल हैं। जो बच्चे 12वीं पास कर चुके हैं या ग्रेजुएशन कर रहे हैं, वो इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। मकसद यही है कि टैलेंटेड स्टूडेंट्स को कोचिंग की फीस की वजह से पीछे ना रहना पड़े। हर साल हजारों बच्चों को इससे मदद मिलती है और वो बड़े एग्जाम में सिलेक्शन भी पाते हैं।
कौन-कौन सी परीक्षाएं शामिल हैं?
मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना में UPSC (सिविल सेवा), RPSC, REET, IIT JEE, NEET, CA, CLAT, SSC, बैंकिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं कवर की गई हैं। यानी अगर आप इन परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं तो आपको एक भी पैसा कोचिंग इंस्टीट्यूट को नहीं देना होगा, क्योंकि सरकार इसके लिए खर्च उठाती है। बस आपको योजना में रजिस्टर करना होता है और सेलेक्टेड कोचिंग सेंटर में एडमिशन मिल जाता है।
कैसे होता है चयन?
सबसे पहले राज्य सरकार एक मेरिट लिस्ट बनाती है जिसमें पिछली क्लास के नंबर और आर्थिक स्थिति देखी जाती है। इसके बाद बच्चों का सिलेक्शन किया जाता है और उन्हे सरकारी मान्यता प्राप्त कोचिंग सेंटर में भेजा जाता है। वहां पर उनका पूरा कोचिंग फीस सरकार द्वारा भरा जाता है। अगर आप मेहनती हैं और नंबर अच्छे हैं, तो आपका चयन होने की संभावना ज्यादा रहती है।
आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन करना बहुत ही आसान है। आपको [https://sso.rajasthan.gov.in](https://sso.rajasthan.gov.in) पोर्टल पर लॉगिन करना है और “अनुप्रति कोचिंग योजना” के लिंक पर क्लिक करके फॉर्म भरना होता है। जरूरी डॉक्यूमेंट जैसे जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, मार्कशीट और फोटो अपलोड करनी होती है। सबमिट करते ही आपकी एप्लीकेशन प्रोसेस हो जाती है।
पात्रता क्या है?
इस योजना का फायदा उन्हीं बच्चों को मिलता है जिनकी पारिवारिक सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है। साथ ही आप राजस्थान के मूल निवासी होने चाहिए और SC/ST/OBC/EWS या अल्पसंख्यक कैटेगरी में आना जरूरी है। इसके अलावा पिछली क्लास पास होना भी जरूरी है, ताकि सरकार को लगे कि आप सीरियस छात्र हैं।
कितनी सीटें मिलती हैं?
राजस्थान सरकार हर साल हजारों बच्चों को इसका फायदा देती है। अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अलग-अलग सीटें तय की गई हैं। अगर आप समय पर आवेदन करते हैं और मेरिट में नाम आ जाता है तो सीट मिलने की पूरी संभावना रहती है। सरकार ने कोचिंग इंस्टीट्यूट भी चुनकर रखे हैं, जहां अच्छी गुणवत्ता की पढ़ाई कराई जाती है।
डॉक्यूमेंट्स कौन-कौन से चाहिए?
इसके लिए आपको आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, पिछली कक्षा की मार्कशीट, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक पासबुक जैसी चीजें चाहिए। अगर कोई डिटेल गलत होगी तो एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकता है, इसलिए सब सही तरीके से अपलोड करें।
पैसे कब मिलते हैं?
दरअसल इसमें सीधे छात्र को पैसे नहीं मिलते, बल्कि सरकार कोचिंग सेंटर को फीस देती है। जिससे बच्चे निश्चिंत होकर क्लास जॉइन कर सकें। कई जगह किताबों या स्टेशनरी के लिए भी थोड़ी राशि दी जाती है। इसका फायदा यह है कि बच्चा बिना चिंता के पूरे मन से पढ़ाई कर पाए।
निष्कर्ष - मौका मत छोड़ो
अगर आप सच में किसी बड़े एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं लेकिन कोचिंग की फीस देने में दिक्कत है, तो मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना जरूर आजमाएं। यह आपके हक का अधिकार है, दया नहीं। सरकार चाहती है कि हर बच्चा चाहे वो किसी भी समाज से आता हो, पढ़ाई में पीछे न रहे। तो देर मत करो, अप्लाई करो और अपने सपने पूरे करो।